Raksha Bandhan Fix Date: रक्षाबंधन अब इस नई तिथि को मनाया जाएगा ,भद्रा रहेगी इसलिए यह रहेगा राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
Raksha Bandhan fix Date: रक्षाबंधन एक भाई बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है रक्षाबंधन मनाने को लेकर लोगों में अलग-अलग भ्रांति और भ्रम की स्थिति पैदा भी बनी हुई है लोग जानना चाहते हैं कि Raksha Bandhan किस तिथि को मनाया जाएगा और इसके लिए राखी बांधने का सही समय क्या रहेगा। देश में हिंदू पंचांग के अनुसार हर बार रक्षाबंधन मनाया जाता है और रक्षाबंधन के भाई-बहन के प्रेम के अनुसार रक्षाबंधन की राखी बांधी जाती है। और यह शुभ मुहूर्त पर बांधी जाती है रक्षाबंधन पर जहां बहने अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधती है जो भाई की लंबी उम्र और कल्याण का प्रतीक है भाई अपनी बहिन की रक्षा का वादा करते हैं और उन्हें उपहार भेंट करते हैं।
इस बार रक्षाबंधन कब मनाया जाएगा
इस बार रक्षाबंधन कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन को लेकर अभी तक भी बहुत भ्रांतियां हैं और अलग-अलग भ्रम है कि किस दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा लेकिन आज हम बताते हैं रक्षाबंधन के लिए फिक्स तिथि क्या है वरिष्ठ ज्योतिष आचार्यों के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 2 दिन तक मनाया जाएगा। ध्यान रहे हमारी जानकारी को सही ढंग से पढ़े 2 दिन का मतलब समझ ले की किस दिन से किस दिन तक त्योहार मनाया जाएगा इस बार रक्षाबंधन 30 अगस्त को सुबह 11:00 से लेकर गुरुवार 31 अगस्त 2023 को सुबह 7:05 तक रक्षा बंधन मनाया जा सकता है लेकिन इसमें जो लोग रात को राखी नहीं बांध सकते वह 31 अगस्त को सुबह 7:05 से पहले कभी भी राखी बांध सकते हैं क्योंकि इस ही समय पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी।
यहां पर हम आपको बता रहे हैं की पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा प्रारंभ हो जाएगी जो की रात्रि 9:00 बजे तक रहेगी शास्त्रों में भद्रा काल में श्रावणी पर्व मनाने को निषेध माना गया है और इस दिन भद्रा का कालरात्रि 9: 02 बजे तक रहेगा इस समय के बाद ही राखी बांधनी सबसे उपयुक्त मानी गई है पौराणिक मान्यता के अनुसार राखी बांधने के लिए दोंपहर का समय शुभ होता है लेकिन दोपहर के समय भद्रा काल है हो तो फिर प्रदोष काल में राखी बांधना शुभ माना जाता है।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा
रक्षाबंधन भद्रा पूंछ – शाम 05:32 – शाम 06:32 रक्षाबंधन भद्रा मुख – शाम 06:32 – रात 08:11 रक्षाबंधन भद्रा का अंत समय – रात 09:02 राखी बांधने के लिए प्रदोष काल मुहूर्त – रात्रि 09:03 – मध्यरात्रि 12:28 तक होगा
अति आवश्यकता में मुहूर्त:- बुधवार 30 अगस्त 2023 को भद्रा प्रारम्भ के पूर्व प्रात: 06:09 से प्रात: 09:27 तक और सायं 05:32 से सायं 06:32 तक भी राखी बांधी जा सकती है।
Raksha Bandhan fix date
ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि 31 अगस्त की सुबह 7.04 बजे तक पूर्णिमा रहेगी। इसके बाद से भाद्रपद मास शुरू हो जाएगा।इस कारण 30 अगस्त को ही रक्षाबंधन और सावन पूर्णिमा से जुड़े धर्म-कर्म करना ज्यादा शुभ माना गया है। क्योंकि 30 अगस्त को सुबह 10:59 के पश्चात पूरे दिन पूर्णिमा तिथि रहेगी।
रक्षाबंधन का महत्व क्या हैं
रक्षाबंधन का एक अलग महत्व है क्योंकि भगवान विष्णु उनकी पत्नी की सच्ची कथा भी इसी पर आधारित है असुरों का राजा बलि ने जब देवताओं पर हमला किया तो इंद्र की पत्नी सच्ची काफी परेशान हो गयी। इसके बाद वह मदद के लिए भगवान विष्णु के पास आई थी भगवान विष्णु ने सच्ची को एक धागा दिया और कहा कि इसे अपने पतिदेव के कलाई पर बांध देना जिससे उसकी जीत होगी। सच्ची ने ऐसा ही किया और इसमें भगवान इंद्र की जीत हुई इसके अलावा एक और महाभारत काल से जुड़ी हुई कथा है जब शिशुपाल के युद्ध के समय भगवान विष्णु की तर्जनी अंगुली कट गई थी तब द्रोपती ने उनकी अंगुली पर अपनी साड़ी का पल्लू फाड़ कर पट्टी बांध देता है और इसके बाद में भगवान कृष्ण ने ही चीर हरण के समय द्रोपती की रक्षा की थी।